वैष्णव भजन  »  श्री नृसिंह आरती
 
 
भाषा: हिन्दी | English | தமிழ் | ಕನ್ನಡ | മലയാളം | తెలుగు | ગુજરાતી | বাংলা | ଓଡ଼ିଆ | ਗੁਰਮੁਖੀ |
 
 
નમસ્તે નૃસિંહાય
પ્રહ્લાદહ્લાદ દાયિને।
હિરણ્યકશિપોર્વક્ષઃ
શિલાટંક નખાલયે॥1॥
 
 
ઇતો નૃસિંહઃ પરતો નૃસિંહો
યતો યતો યામિ તતો નૃસિંહઃ।
બહિર્નૃસિંહો હૃદયે નૃસિંહો
નૃસિંહમાદિ શરણં પ્રપદ્યે॥2॥
 
 
તવ કર-કમલ-વરે નખમ્‌ અદ્‌ભુત-શ્રૃંઙ્ગમ્‌
દલિત-હિરણ્યકશિપુ-તનુ-ભૃંઙ્ગમ્‌
કેશવ ધૃત-નરહરિરૂપ જય જગદીશ હરે॥3॥
 
 
 
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥ हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
 
 
 
  Connect Form
  हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
  © copyright 2025 vedamrit. All Rights Reserved.