तस्य भार्यासहस्राणां सहस्राणि दशाभवन् ।
सान्तानिकश्चापि नृपो न लेभे तासु सन्ततिम् ॥ ११ ॥
अनुवाद
राजा चित्रकेतु की एक करोड़ पत्नियाँ थीं और यद्यपि वह सन्तान उत्पन्न करने में समर्थ थे, लेकिन उन्हें किसी भी पत्नी से कोई संतान नहीं हुई। संयोगवश, सभी पत्नियाँ बाँझ थीं।