सभी कारणों के सर्वोच्च कारण रूपी नारायण आध्यात्मिक संसार में अपने निवास में स्थित है। इसके बावजूद, वह भौतिक प्रकृति के तीन गुणों- सत्व गुण, रजोगुण और तमोगुण के अनुसार संपूर्ण जगत को नियंत्रित करते हैं। इस प्रकार, सभी जीवों को विभिन्न गुण, विभिन्न नाम (जैसे कि ब्राह्मण, क्षत्रिय और वैश्य), वर्णाश्रम प्रथा के अनुसार विभिन्न कर्तव्य और विभिन्न रूप प्रदान किए जाते हैं। इस प्रकार, नारायण संपूर्ण ब्रह्मांड का कारण हैं।