एवं दक्षिणेनेलावृतं निषधो हेमकूटो हिमालय इति प्रागायता यथा
नीलादयोऽयुतयोजनोत्सेधा हरिवर्षकिम्पुरुषभारतानां यथासङ्ख्यम् ॥ ९ ॥
अनुवाद
इस प्रकार, इलावृत-वर्ष के दक्षिण दिशा में पूर्व से पश्चिम तक तीन विशाल पर्वत पायें जाते हैं, जिनके नाम निषध, हेमकूट तथा हिमालय हैं (उत्तर से दक्षिण की दिशा में)। इनमें से प्रत्येक पर्वत 10,000 योजन (80,000 मील) ऊँचा है। वे हरिवर्ष, किन्नर-वर्ष और भारतवर्ष नामक के तीनों वर्षों की सीमाओं को चिह्नित करते हैं।