भगवान विष्णु अत्यंत सुंदर लग रहे थे, क्योंकि उनकी छाती पर लक्ष्मी और एक हार विराजमान थे। उनके चेहरे पर मुस्कान थी, जो पूरे संसार, खासकर उनके भक्तों के मन को मोह लेती थी। उनके दोनों ओर सफ़ेद मोर पंखों के पंखे डुल रहे थे, मानो सफ़ेद हंस हों और उनके ऊपर लगा हुआ सफ़ेद छत्र चंद्रमा के समान लग रहा था।