एकैकस्याभवत्तेषां राजन्नर्बुदमर्बुदम् ।
भोक्ष्यते यद्वंशधरैर्मही मन्वन्तरं परम् ॥ ३१ ॥
अनुवाद
हे राजा प्राचीनबर्हिषत्, मलयध्वज राजा के पुत्रों ने हज़ारों-हज़ारों पुत्रों को जन्म दिया और ये सब एक मनु की अवधि तक और उसके बाद भी सारी दुनिया का पालन करते रहे।