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श्लोक 8
श्लोक
4.24.8
हविर्धानाद्धविर्धानी विदुरासूत षट्सुतान् ।
बर्हिषदं गयं शुक्लं कृष्णं सत्यं जितव्रतम् ॥ ८ ॥
अनुवाद
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महाराज अन्तर्धान के पुत्र हविर्धान की पत्नी का नाम हविर्धानी था। हविर्धानी ने छह पुत्रों को जन्म दिया, जिनके नाम थे बर्हिषत्, गय, शुक्ल, कृष्ण, सत्य और जितव्रत।
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हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
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