वेदामृत
Reset
Home
ग्रन्थ
श्रीमद् वाल्मीकि रामायण
श्रीमद् भगवद गीता
______________
श्री विष्णु पुराण
श्रीमद् भागवतम
______________
श्रीचैतन्य भागवत
वैष्णव भजन
About
Contact
श्रीमद् भागवतम
»
स्कन्ध 3: यथास्थिति
»
अध्याय 21: मनु-कर्दम संवाद
»
श्लोक 29
श्लोक
3.21.29
या त आत्मभृतं वीर्यं नवधा प्रसविष्यति ।
वीर्ये त्वदीये ऋषय आधास्यन्त्यञ्जसात्मन: ॥ २९ ॥
अनुवाद
play_arrowpause
वह आपके द्वारा बोए गए बीज से नौ पुत्रियाँ जन्म देगी और उन पुत्रियों के माध्यम से ऋषि उचित समय पर बच्चे पैदा करेंगे।
Connect Form
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
© copyright 2024 vedamrit. All Rights Reserved.