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श्रीमद् भागवतम
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स्कन्ध 3: यथास्थिति
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अध्याय 14: संध्या समय दिति का गर्भ-धारण
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श्लोक 24
श्लोक
3.14.24
एतस्यां साध्वि सन्ध्यायां भगवान् भूतभावन: ।
परीतो भूतपर्षद्भिर्वृषेणाटति भूतराट् ॥ २४ ॥
अनुवाद
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इस समय में भूतों के राजा शिवजी, अपने वाहन बैल की पीठ पर बैठकर उन भूतों के साथ भ्रमण करते हैं जो अपने कल्याण के लिए उनका अनुसरण करते हैं।
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हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
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