युगानि युगमानं च धर्मो यश्च युगे युगे ।
अवतारानुचरितं यदाश्चर्यतमं हरे: ॥ १७ ॥
अनुवाद
कृपा करके सृष्टि की विभिन्न युगों के नाम और उनकी अवधि बताएँ। साथ ही, विभिन्न युगों में भगवान के विभिन्न अवतारों द्वारा किए गए कार्यों और गतिविधियों का भी वर्णन करें।