श्रीमद् भागवतम  »  स्कन्ध 12: पतनोन्मुख युग  »  अध्याय 6: महाराज परीक्षित का निधन  »  श्लोक 22
 
 
श्लोक  12.6.22 
 
 
इति ब्रह्मोदिताक्षेपै: स्थानादिन्द्र: प्रचालित: ।
बभूव सम्भ्रान्तमति: सविमान: सतक्षक: ॥ २२ ॥
 
अनुवाद
 
  जब ब्राह्मणों के अपमानजनक शब्दों से अचानक इंद्र अपने विमान और तक्षक सहित अपने स्थान से गिरने लगे, तो वे बहुत घबरा गए।
 
 
 
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  हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
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