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श्रीमद् भागवतम
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स्कन्ध 12: पतनोन्मुख युग
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अध्याय 2: कलियुग के लक्षण
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श्लोक 25
श्लोक
12.2.25
येऽतीता वर्तमाना ये भविष्यन्ति च पार्थिवा: ।
ते त उद्देशत: प्रोक्ता वंशीया: सोमसूर्ययो: ॥ २५ ॥
अनुवाद
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इस प्रकार मैंने सूर्य तथा चन्द्र वंशों—भूत, वर्तमान और भविष्य—के समस्त राजाओं का वर्णन कर दिया है।
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हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
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