हत्वा काण्वं सुशर्माणं तद् भृत्यो वृषलो बली ।
गां भोक्ष्यत्यन्ध्रजातीय: कञ्चित् कालमसत्तम: ॥ २० ॥
अनुवाद
अंध्र जाति के निचली श्रेणी के शूद्र, बली नामक नौकर द्वारा काण्वों के अंतिम राजा सुशर्मा की हत्या की जाएगी। यह अति भ्रष्ट महाराज बली कुछ समय तक पृथ्वी पर शासन करेगा।