वेदामृत
Reset
Home
ग्रन्थ
श्रीमद् वाल्मीकि रामायण
श्रीमद् भगवद गीता
______________
श्री विष्णु पुराण
श्रीमद् भागवतम
______________
श्रीचैतन्य भागवत
वैष्णव भजन
About
Contact
श्रीमद् भागवतम
»
स्कन्ध 12: पतनोन्मुख युग
»
स्कन्ध 12: पतनोन्मुख युग
अध्याय 1: कलियुग के पतित वंश
अध्याय 2: कलियुग के लक्षण
अध्याय 3: भूमि गीत
अध्याय 4: ब्रह्माण्ड के प्रलय की चार कोटियाँ
अध्याय 5: महाराज परीक्षित को शुकदेव गोस्वामी का अन्तिम उपदेश
अध्याय 6: महाराज परीक्षित का निधन
अध्याय 7: पौराणिक साहित्य
अध्याय 8: मार्कण्डेय द्वारा नर-नारायण ऋषि की स्तुति
अध्याय 9: मार्कण्डेय ऋषि को भगवान् की मायाशक्ति के दर्शन
अध्याय 10: शिव तथा उमा द्वारा मार्कण्डेय ऋषि का गुणगान
अध्याय 11: महापुरुष का संक्षिप्त वर्णन
अध्याय 12: श्रीमद्भागवत की संक्षिप्त विषय-सूची
अध्याय 13: श्रीमद्भागवत की महिमा
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥ हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
Connect Form
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
© copyright 2024 vedamrit. All Rights Reserved.