श्रीमद् भागवतम  »  स्कन्ध 11: सामान्य इतिहास  »  अध्याय 7: भगवान् कृष्ण द्वारा उद्धव को उपदेश  »  श्लोक 21
 
 
श्लोक  11.7.21 
 
 
पुरुषत्वे च मां धीरा: साङ्ख्ययोगविशारदा: ।
आविस्तरां प्रपश्यन्ति सर्वशक्त्युपबृंहितम् ॥ २१ ॥
 
अनुवाद
 
  सांख्य योग में निपुण और आत्म-नियंत्रित मनुष्य मुझे मेरी सभी शक्तियों के साथ प्रत्यक्ष देख सकते हैं।
 
 
 
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  हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
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