श्रीमद् भागवतम  »  स्कन्ध 11: सामान्य इतिहास  »  अध्याय 6: यदुवंश का प्रभास गमन  »  श्लोक 28
 
 
श्लोक  11.6.28 
 
 
श्रीभगवानुवाच
अवधारितमेतन्मे यदात्थ विबुधेश्वर ।
कृतं व: कार्यमखिलं भूमेर्भारोऽवतारित: ॥ २८ ॥
 
अनुवाद
 
  भगवान बोले: हे देवराज ब्रह्मा, मैं तुम्हारी प्रार्थनाओं एवं अनुरोधों को समझता हूं। पृथ्वी के भार को हटाकर मैंने वह सारा कार्य पूरा कर दिया है, जिसकी तुम लोगों से अपेक्षा थी।
 
 
 
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  हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
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