तमो रजः सत्त्वमिति प्रकृतेरभवन् गुणाः ।
मया प्रक्षोभ्यमाणायाः पुरुषानुमतेन च ॥ ५ ॥
अनुवाद
जब मेरी नज़र भौतिक प्रकृति की प्रेरक शक्ति के रूप में निकली, तो भौतिक प्रकृति के गुण - सतोगुण, रजोगुण और तमोगुण - प्रकट हुए, जो सशर्त आत्माओं की इच्छाओं की पूर्ति के लिए प्रकट हुए थे।