कुशल सवार, एक आवेगी घोड़े को वश में करने की इच्छा से, उसे कुछ समय उसके मनमुताबिक चलने देता है और फिर लगाम खींचकर उसे धीरे-धीरे अपनी इच्छित राह पर ले आता है। इसी प्रकार परम योग पद्धति वह है, जिससे व्यक्ति मन की गतिविधियों और इच्छाओं का सावधानी से अवलोकन करता है और धीरे-धीरे उन्हें पूर्ण नियंत्रण में ले लेता है।