श्री कवि ने कहा: मैं मानता हूँ कि जो व्यक्ति अपनी बुद्धि से भौतिक और क्षणभंगुर दुनिया को अपना स्वरूप समझता है, वह निरंतर भय में रहता है। ऐसे व्यक्ति को भय से मुक्ति पाने के लिए अच्युत भगवान के चरणकमलों की पूजा करनी चाहिए। इस भक्ति में सारा भय दूर हो जाता है।