वेदामृत
Reset
Home
ग्रन्थ
श्रीमद् वाल्मीकि रामायण
श्रीमद् भगवद गीता
______________
श्री विष्णु पुराण
श्रीमद् भागवतम
______________
श्रीचैतन्य भागवत
वैष्णव भजन
About
Contact
श्रीमद् भागवतम
»
स्कन्ध 11: सामान्य इतिहास
»
अध्याय 14: भगवान् कृष्ण द्वारा उद्धव से योग-वर्णन
»
श्लोक 4
श्लोक
11.14.4
तेन प्रोक्ता स्व पुत्राय मनवे पूर्वजाय सा ।
ततो भृग्वादयोऽगृह्णन् सप्त ब्रह्ममहर्षय: ॥ ४ ॥
अनुवाद
play_arrowpause
ब्रह्मा जी ने यह वैदिक ज्ञान अपने बड़े पुत्र मनु को सुनाया और उसके बाद भृगु मुनि सहित सातों महान ऋषियों ने वही ज्ञान मनु से ग्रहण किया।
Connect Form
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
© copyright 2024 vedamrit. All Rights Reserved.