मत्स्यो गृहीतो मत्स्यघ्नैर्जालेनान्यै: सहार्णवे ।
तस्योदरगतं लोहं स शल्ये लुब्धकोऽकरोत् ॥ २३ ॥
अनुवाद
यह मछली समुद्र में अन्य मछलियों के साथ मछुआरे के जाल में फंस गई। इस मछली के पेट से लोहे का एक टुकड़ा निकला जिसे शिकारी जरा ने ले लिया और अपने तीर के अग्रभाग पर लगा लिया।