गावो वृषा वत्सतरा हरिद्रातैलरूषिता: ।
विचित्रधातुबर्हस्रग्वस्त्रकाञ्चनमालिन: ॥ ७ ॥
अनुवाद
गायों, बैलों और बछड़ों के पूरे शरीर पर हल्दी और तेल के साथ अलग-अलग तरह के खनिजों का मिश्रण लगाया गया था। उनके सर पे मोर पंख लगाए गए थे, उन्हें मालाएं पहनाई गई थीं और ऊपर से कपड़े तथा सोने के गहनों से ढंक दिया गया था।