कृष्ण कृष्ण महावीर हे रामामोघविक्रम ।
दावाग्निना दह्यमानान् प्रपन्नांस्त्रातुमर्हथ: ॥ ९ ॥
अनुवाद
हे कृष्ण, हे कृष्ण, हे महावीर, हे राम, हे अमोघ शक्तिशाली, कृपा करके उन अपने भक्तों को बचा लीजिए जो जंगल की इस आग से जलने ही वाले हैं और आपकी शरण में आए हैं।