वेदामृत
Reset
Home
ग्रन्थ
श्रीमद् वाल्मीकि रामायण
श्रीमद् भगवद गीता
______________
श्री विष्णु पुराण
श्रीमद् भागवतम
______________
श्रीचैतन्य भागवत
वैष्णव भजन
About
Contact
श्रीमद् भागवतम
»
स्कन्ध 10: परम पुरुषार्थ
»
अध्याय 18: भगवान् बलराम द्वारा प्रलम्बासुर का वध
»
श्लोक 3
श्लोक
10.18.3
स च वृन्दावनगुणैर्वसन्त इव लक्षित: ।
यत्रास्ते भगवान् साक्षाद् रामेण सह केशव: ॥ ३ ॥
अनुवाद
play_arrowpause
परन्तु चूंकि पूर्ण ईश्वर स्वयं बलराम के साथ वृन्दावन में निवास कर रहे थे, अतः ग्रीष्मकाल ने वसंत के गुणों को प्रकट किया। वृन्दावन की भूमि के ऐसे ही गुण हैं।
Connect Form
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
© copyright 2024 vedamrit. All Rights Reserved.