जब सर्प के सरोवर में भगवान विष्णु उतरे, तो वहाँ के सर्प बेहद उत्तेजित हो गये और भारी मात्रा में साँस लेने लगे, जिससे विष की मात्रा और अधिक बढ़ गयी। भगवान के प्रवेश की शक्ति से सरोवर चारों ओर उमड़ने लगा और एक सौ धनुष की दूरी तक फैली जमीन पर भयानक और विषैली लहरें आ गयीं। लेकिन, अनंत शक्ति रखने वाले भगवान के लिए यह ज़रा भी आश्चर्यजनक नहीं है।