कृष्णवत्सैरसङ्ख्यातैर्यूथीकृत्य स्ववत्सकान् ।
चारयन्तोऽर्भलीलाभिर्विजह्रुस्तत्र तत्र ह ॥ ३ ॥
अनुवाद
कृष्ण, ग्वालबालों और उनके बछड़ों के समूह के साथ बाहर निकले तो वहाँ अनगिनत बछड़े एकत्र हो गए। तब सभी लड़कों ने जंगल में खूब मस्ती के साथ खेलना शुरू कर दिया।