वेदामृत
Reset
Home
ग्रन्थ
श्रीमद् वाल्मीकि रामायण
श्रीमद् भगवद गीता
______________
श्री विष्णु पुराण
श्रीमद् भागवतम
______________
श्रीचैतन्य भागवत
वैष्णव भजन
About
Contact
श्रीमद् भागवतम
»
स्कन्ध 10: परम पुरुषार्थ
»
अध्याय 1: भगवान् श्रीकृष्ण का अवतार: परिचय
»
श्लोक 69
श्लोक
10.1.69
उग्रसेनं च पितरं यदुभोजान्धकाधिपम् ।
स्वयं निगृह्य बुभुजे शूरसेनान् महाबल: ॥ ६९ ॥
अनुवाद
play_arrowpause
उग्रसेन के महाबली पुत्र कंस ने अपने पिता को भी, जो यदु, भोज और अंधक वंशों का राजा था, कैद कर लिया और स्वयं शूरसेन नामक राज्यों का शासन करने लगा।
इस प्रकार श्रीमद् भागवतम के स्कन्ध दस के अंतर्गत पहला अध्याय समाप्त होता है ।
Connect Form
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
© copyright 2024 vedamrit. All Rights Reserved.