राजा की शासन-प्रणाली ख़त्म हो जाने और धूर्तों व चोरों द्वारा लोगों के धन-दौलत को लूट लिए जाने के कारण समाज में भारी उथल-पुथल मचेगी। लोग मारे जाएँगे और घायल किए जाएँगे, पशुओं और महिलाओं को चुरा लिया जाएगा। और इन सभी पापों के लिए ज़िम्मेदार होंगे हम सब।