श्रीमद् भागवतम  »  स्कन्ध 1: सृष्टि  »  अध्याय 16: परीक्षित ने कलियुग का सत्कार किस तरह किया  »  श्लोक 36
 
 
श्लोक  1.16.36 
 
 
तयोरेवं कथयतो: पृथिवीधर्मयोस्तदा ।
परीक्षिन्नाम राजर्षि: प्राप्त: प्राचीं सरस्वतीम् ॥ ३६ ॥
 
अनुवाद
 
  जब पृथ्वी और धर्मपुरुष बातचीत कर रहे थे, तभी राजा परीक्षित पूर्व दिशा की ओर बहने वाली सरस्वती नदी के तट पर पहुँच गए।
 
 
इस प्रकार श्रीमद् भागवतम के स्कन्ध एक के अंतर्गत सोलहवाँ अध्याय समाप्त होता है ।
 
 
 
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