श्रीमद् भागवतम  »  स्कन्ध 1: सृष्टि  »  अध्याय 12: सम्राट परीक्षित का जन्म  »  श्लोक 23
 
 
श्लोक  1.12.23 
 
 
पितामहसम: साम्ये प्रसादे गिरिशोपम: ।
आश्रय: सर्वभूतानां यथा देवो रमाश्रय: ॥ २३ ॥
 
अनुवाद
 
  यह बालक मन की समता में अपने पितामह युधिष्ठिर या फिर ब्रह्मा की तरह होगा। दानशीलता में कैलाशपति शिव के समान होगा। यह देवी लक्ष्मी के भी आश्रय, भगवान नारायण के समान सबको आश्रय देने वाला होगा।
 
 
 
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  हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
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