श्रीमद् भागवतम  »  स्कन्ध 1: सृष्टि  »  अध्याय 12: सम्राट परीक्षित का जन्म  »  श्लोक 22
 
 
श्लोक  1.12.22 
 
 
मृगेन्द्र इव विक्रान्तो निषेव्यो हिमवानिव ।
तितिक्षुर्वसुधेवासौ सहिष्णु: पितराविव ॥ २२ ॥
 
अनुवाद
 
  यह बालक सिंह के समान बलवान होगा और हिमालय पर्वत के समान आश्रय देने वाला होगा। वह पृथ्वी के समान क्षमाशील और अपने माता-पिता के समान सहिष्णु होगा।
 
 
 
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  हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
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