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श्लोक 21
श्लोक
7.10.21
एवमुक्तस्तु धर्मात्मा दशग्रीवेण रक्षसा।
उवाच वचनं देव: सह देवै: पितामह:॥ २१॥
अनुवाद
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धर्मात्मा राक्षस दशग्रीव के ऐसा कहने पर देवताओं सहित स्वयं भगवान् ब्रह्मा जी ने उत्तर दिया -।
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हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
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