शक्यं यदि मया श्रोतुं न खल्वाज्ञापयामि व:।
यदि गुह्यं न चेद् वक्तुं श्रोतुमिच्छामि कथ्यताम्॥ ३९॥
अनुवाद
यदि यह सुनने योग्य हो और गुप्त न हो तो मैं इसे सुनना चाहता हूँ। आप लोग कृपया बताने का कष्ट करें। यह मेरा विनम्र निवेदन है। मैं आपको आज्ञा नहीं दे रहा हूँ |