श्रीमद् वाल्मीकि रामायण  »  काण्ड 7: उत्तर काण्ड  »  सर्ग 1: श्रीराम के दरबार में महर्षियों का आगमन, उनके साथ उनकी बातचीत तथा श्रीराम के प्रश्न  »  श्लोक 11
 
 
श्लोक  7.1.11 
 
 
स रामं दृश्य सहसा पूर्णचन्द्रसमद्युतिम्।
अगस्त्यं कथयामास सम्प्राप्तमृषिसत्तमम्॥ ११॥
 
 
अनुवाद
 
  उसने पूर्ण चन्द्र के समान कान्तिमय श्री राम को देखा और सहसा बताया, "प्रभो! मुनियों में श्रेष्ठ अगस्त्य अनेक ऋषियों के साथ आए हुए हैं।"
 
 
 
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  हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
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