वेदामृत
Reset
Home
ग्रन्थ
श्रीमद् वाल्मीकि रामायण
श्रीमद् भगवद गीता
______________
श्री विष्णु पुराण
श्रीमद् भागवतम
______________
श्रीचैतन्य भागवत
वैष्णव भजन
About
Contact
श्रीमद् वाल्मीकि रामायण
»
काण्ड 6: युद्ध काण्ड
»
सर्ग 2: सुग्रीव का श्रीराम को उत्साह प्रदान
»
श्लोक 9
श्लोक
6.2.9
सेतुरत्र यथा बद्धॺेद् यथा पश्येम तां पुरीम्।
तस्य राक्षसराजस्य तथा त्वं कुरु राघव॥ ९॥
अनुवाद
play_arrowpause
हे रघुनंदन! आप कोई उपाय कीजिये जिससे समुद्र पर एक सेतु बंध जाए और हम उस राक्षसराज की लंकापुरी को देख सकें।
Connect Form
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
© copyright 2024 vedamrit. All Rights Reserved.