विशेष गति से उड़ते हुए वह पुष्पक विमान आकाश में एक खास जगह पर स्थित था। उसमें हैरान करने वाली और अनोखी चीज़ों का संग्रह था। कई सारे कमरों की वजह से उसकी शोभा और भी बढ़ गई थी। वह शरद ऋतु के चाँद की तरह साफ और मन को खुश करने वाला था। जिस तरह किसी पर्वत की सबसे ऊँची चोटी पर छोटी-छोटी चोटियाँ होती हैं, उसी तरह इस अद्भुत पुष्पक विमान में भी कई शिखर थे।