श्रीमद् वाल्मीकि रामायण  »  काण्ड 5: सुन्दर काण्ड  »  सर्ग 4: हनुमान जी का लंकापुरी एवं रावण के अन्तःपुर में प्रवेश  »  श्लोक 11
 
 
श्लोक  5.4.11 
 
 
स्त्रीणां मदनविद्धानां दिवि चाप्सरसामिव।
शुश्राव काञ्चीनिनदं नूपुराणां च नि:स्वनम्॥ ११॥
 
 
अनुवाद
 
  उन्होंने स्वर्ग की अप्सराओं के समान मोहक और काम-पीडित महिलाओं के नूपुरों और पायल की झंकार सुनी।
 
 
 
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  हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
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