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श्रीमद् वाल्मीकि रामायण
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श्लोक 31
श्लोक
5.20.31
अन्त:पुरनिवासिन्य: स्त्रिय: सर्वगुणान्विता:।
यावत्यो मम सर्वासामैश्वर्यं कुरु जानकि॥ ३१॥
अनुवाद
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जनक की पुत्री! मेरे अंतःपुर में रहने वाली सभी स्त्रियाँ गुणवान हैं। हे जानकी! तुम उन सबकी स्वामिनी बन जाओ।
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हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
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