श्रीमद् वाल्मीकि रामायण  »  काण्ड 2: अयोध्या काण्ड  »  सर्ग 89: भरत का सेना सहित गङ्गापार करके भरद्वाज के आश्रम पर जाना  »  श्लोक 8
 
 
श्लोक  2.89.8 
 
 
ततो गुह: संत्वरित: श्रुत्वा भरतशासनम्।
प्रतिप्रविश्य नगरं तं ज्ञातिजनमब्रवीत्॥ ८॥
 
 
अनुवाद
 
  भरत के इस आदेश को सुनकर गुह तुरंत अपने नगर लौटा और अपने भाई-बन्धुओं से बोला—"
 
 
 
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  हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
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