अन्य प्रबल मनुष्य जिनकी जड़ें नीचे तक जमी हुई थीं, उन्होंने कुश, कास आदि के झुरमुटों को अपने हाथों से ही उखाड़ फेंका। वे जहाँ-तहाँ ऊँचे-नीचे दुर्गम स्थानों को खोद-खोदकर बराबर कर देते थे। दूसरे लोग कुओं और लंबे-चौड़े गड्ढों को मिट्टी और धूल से पाट देते थे। जो स्थान नीचे होते, वहाँ सब ओर से मिट्टी डालकर वे उन्हें शीघ्र ही बराबर कर देते थे।