अल्पकाल में ही चारों ओर से बाँध बनाकर पानी से घिरे छोटे-छोटे सरोवरों को शीघ्र ही अधिक पानी से युक्त कर दिया गया। इस प्रकार थोड़े ही समय में उन्होंने विभिन्न आकार-प्रकार के ऐसे अनेक सरोवरों का निर्माण कर दिया, जो गहरे जल से भरे होने के कारण समुद्र के समान प्रतीत होते थे।