वेदामृत
Reset
Home
ग्रन्थ
श्रीमद् वाल्मीकि रामायण
श्रीमद् भगवद गीता
______________
श्री विष्णु पुराण
श्रीमद् भागवतम
______________
श्रीचैतन्य भागवत
वैष्णव भजन
About
Contact
श्रीमद् वाल्मीकि रामायण
»
काण्ड 1: बाल काण्ड
»
सर्ग 68: राजा जनक का संदेश पाकर मन्त्रियों सहित महाराज दशरथ का मिथिला जाने के लिये उद्यत होना
»
श्लोक 11
श्लोक
1.68.11
सोपाध्यायो महाराज पुरोहितपुरस्कृत:।
शीघ्रमागच्छ भद्रं ते द्रष्टुमर्हसि राघवौ॥ ११॥
अनुवाद
play_arrowpause
महाराज! आपके गुरु और पुरोहित यहाँ शीघ्र ही पहुँच रहे हैं। अपने दोनों पुत्र रघुकुल भूषण श्रीराम और लक्ष्मण को देखिए। आपका कल्याण हो।
Connect Form
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
© copyright 2024 vedamrit. All Rights Reserved.