वेदामृत
Reset
Home
ग्रन्थ
श्रीमद् वाल्मीकि रामायण
श्रीमद् भगवद गीता
______________
श्री विष्णु पुराण
श्रीमद् भागवतम
______________
श्रीचैतन्य भागवत
वैष्णव भजन
About
Contact
श्रीमद् वाल्मीकि रामायण
»
काण्ड 1: बाल काण्ड
»
सर्ग 59: विश्वामित्र का त्रिशंकु का यज्ञ कराने के लिये ऋषिमुनियों को आमन्त्रित करना और उनकी बात न मानने वाले महोदय तथा ऋषिपुत्रों को शाप देकर नष्ट करना
»
श्लोक 8-9h
श्लोक
1.59.8-9h
यदन्यो वचनं ब्रूयान्मद्वाक्यबलचोदित:॥ ८॥
तत् सर्वमखिलेनोक्तं ममाख्येयमनादृतम्।
अनुवाद
play_arrowpause
अन्य कोई व्यक्ति यदि मेरे संदेश को ले जाकर बुलाया गया हो या कोई अन्य व्यक्ति इस यज्ञ के विषय में कोई अपमानजनक या अवहेलनापूर्ण बात कहे तो तुम लोग वह सब पूरा-पूरा मुझसे आकर कहना।
Connect Form
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
© copyright 2024 vedamrit. All Rights Reserved.