वेदामृत
Reset
Home
ग्रन्थ
श्रीमद् वाल्मीकि रामायण
श्रीमद् भगवद गीता
______________
श्री विष्णु पुराण
श्रीमद् भागवतम
______________
श्रीचैतन्य भागवत
वैष्णव भजन
About
Contact
श्रीमद् वाल्मीकि रामायण
»
काण्ड 1: बाल काण्ड
»
सर्ग 40: सगर के पुत्रों का पृथ्वी को खोदते हुए कपिलजी के पास पहुँचना और उनके रोष से जलकर भस्म होना
»
श्लोक 10
श्लोक
1.40.10
तेषां तद् वचनं श्रुत्वा पुत्राणां राजसत्तम:।
समन्युरब्रवीद् वाक्यं सगरो रघुनन्दन॥ १०॥
अनुवाद
play_arrowpause
रघुनन्दन! पुत्रों के इस कथन को सुनकर राजाओं में श्रेष्ठ सगर उन पर क्रोधित होकर बोले-।
Connect Form
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
© copyright 2024 vedamrit. All Rights Reserved.