श्रीमद् वाल्मीकि रामायण  »  काण्ड 1: बाल काण्ड  »  सर्ग 31: श्रीराम, लक्ष्मण तथा ऋषियों सहित विश्वामित्र का मिथिला को प्रस्थान तथा मार्ग में संध्या के समय शोणभद्र तट पर विश्राम  »  श्लोक 2
 
 
श्लोक  1.31.2 
 
 
प्रभातायां तु शर्वर्यां कृतपौर्वाह्णिकक्रियौ।
विश्वामित्रमृषींश्चान्यान् सहितावभिजग्मतु:॥ २॥
 
 
अनुवाद
 
  प्रातः काल होने पर वे दोनों भाई नित्यकर्मों से निवृत्त होकर विश्वामित्र मुनि और अन्य ऋषियों के पास साथ-साथ गये।
 
 
 
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  हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
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