श्रीमद् वाल्मीकि रामायण  »  काण्ड 1: बाल काण्ड  »  सर्ग 11: राजा दशरथ का सपरिवार अंगराज के यहाँ जाकर वहाँ से शान्ता और ऋष्यश्रृंग को अपने घर ले आना  »  श्लोक 25-26h
 
 
श्लोक  1.11.25-26h 
 
 
तत: प्रहृष्टा: पौरास्ते श्रुत्वा राजानमागतम्॥ २५॥
तथा चक्रुश्च तत् सर्वं राज्ञा यत् प्रेषितं तदा।
 
 
अनुवाद
 
  सुन कर राजा के आने की खबर से नगरवासी बहुत खुश हुए। राजा ने जो संदेश उन्हें भेजा था, उसे उन्होंने तुरंत मान लिया।
 
 
 
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  हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
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