वे ब्राह्मण सौदास नाम से भी विख्यात थे। उस ब्राह्मण ने ब्रह्मवादी गौतम मुनि से गंगाजी के मनोरम तट पर बैठकर सम्पूर्ण धर्मों का उपदेश सुना था। गौतम ऋषि ने उन्हें पुराणों और शास्त्रों की कथाओं से तत्वज्ञान कराया था। सौदास ने गौतम ऋषि से उनके बताए हुए समस्त धर्मों का श्रवण किया था।